हाल झुमरी तिलैया नगर परिषद में सफाई का /खर्चा लाख, सफाई व्यवस्था खाक

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REPORT BY: vicky keshri Mon, 23 Jun 2025 12:47 pm (IST)
प्रातः आवाज/मनोज कुमार पांडेय/ झुमरी तिलैया। लबालब भरी नालियां, भिनभिनाती माखियां, मच्छरों के अनवरत संगीत और जहां- तहां कूड़ा-करकट मिलने लगे तो समझिए कि आप झुमरी तिलैया के नगर परिषद क्षेत्र में खड़े हैं। वैसे तो शहर की सफाई व्यवस्था पर प्रति माह लाखों रुपए खर्च होते हैं किंतु धरातल की सच्चाई कुछ और ही कहानी कहती दिखती है। विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर की सफाई व्यवस्था पर प्रत्येक महीने लगभग 10 लाख रुपए खर्च किए जाते हैं, फिर भी प्रत्येक वार्ड में सड़क किनारे गंदगी का अंबार देखा जा सकता है। बता दें की झुमरी तिलैया नगर परिषद कुल 28 वार्ड में विभाजित है, जिसमें लगभग 50 सफाई कर्मी अनुबंध पर कार्यरत हैं। अगर एक वार्ड में दो सफाई कर्मी को भी नियुक्त किया जाता है तो कुल 56 सफाई कर्मी की आवश्यकता पड़ती है, जबकि मात्र 50 कार्यरत हैं। वार्ड की आबादी और क्षेत्रफल देखा जाए तो क्षेत्र में नियमित सफाई के लिए कम से कम 100 सफाई कर्मियों की आवश्यकता है किंतु 50 सफाई कर्मी ही कार्यरत हैं। ऐसे में सफाई व्यवस्था का अंदाजा खुद ही लगाया जा सकता है। नहीं चलती है फॉगिंग मशीन:बरसात में गंदगी और जल जमाव से मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है। इससे मलेरिया और डेंगू जैसी जानलेवा बीमारियों के फैलने की संभावना बनी रहती है। इनसे बचाव के लिए नगर परिषद में फॉगिंग मशीन भी है किंतु इससे छिड़काव नहीं के बराबर होता है। दो-चार महीने में एक - आध बार किसी मोहल्ले में फॉगिंग मशीन दिखाई देती है जो ना काफी है। ऐसी बात नहीं है की नगर परिषद के अधिकारी क्षेत्र का दौरा नहीं करते। क्या कहते हैं सफाई निरीक्षक: झुमरी तिलैया नगर परिषद के सफाई निरीक्षक राजू राम ने कहा कि सफाई कर्मियों की कमी है। अगर एक वार्ड में दो सफाई कर्मी भी नियमित रूप से लगाए जाते हैं तो 28 वार्ड के लिए कम से कम 56 सफाई कर्मी चाहिए, जबकि 50 सफाई कर्मी ही कार्यरत हैं। दिनों दिन वार्ड की आबादी बढ़ रही है। वार्ड का विस्तार हो रहा है। ऐसे में वार्डों की नियमित सफाई के लिए कम से कम 100 सफाई कर्मियों की आवश्यकता है। आधी - अधूरी नालियां परेशानी का सबब: नगर परिषद के द्वारा शहर के विभिन्न वार्डों में नालियां बनाई गई हैं, जिनमें से कई वार्ड ऐसे हैं जहां नालियां आधी अधूरी बनी हैं। इससे लोगों को परेशानी हो रही है। खास करके गांधी स्कूल रोड में गांधी स्कूल प्रवेश द्वार के निकट शिव मंदिर के सामने नाली लाकर छोड़ दिया गया है, जिससे पूरे शहर के नालियों का गंदा पानी बारिश में मंदिर के किनारे वाली गली में बहने लगता है। इससे लोगों को काफी परेशानी होती है। अगले महीने में पवित्र सावन शुरू हो रहा है। प्रत्येक सोमवार को शिव आराधना करने के लोग मंदिर पहुंचेंगे। लेकिन मंदिर पहुंचने से पहले उन्हें नालियों से निकलने वाले गंदे पानियों का सामना करना पड़ेगा। इस बात की जानकारी स्थानीय लोगों ने कई बार नगर परिषद को दी किंतु आज तक उक्त नाली अधूरी की अधूरी है।

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